फर्जी दस्तावेजों पर नगर निगम से जन्म प्रमाणपत्र जारी करने वाले दो कर्मचारियों को निगम अधिकारियों ने नोटिस थमाया है। विभाग की महिला लिपिक और कंप्यूटर ऑपरेटर से अधिकारियों ने जवाब तलब किया है। अस्पतालों के कर्मचारियों से मिलीभगत करके फर्जी प्रमाणपत्र जारी करने के इस मामले में दोनों कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सकती है।
जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र विभाग में महिला लिपिक कमलेश और कंप्यूटर ऑपरेटर अनिल कुमार के जरिए प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं। ऐसे में प्रथम दृष्टया दोनों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मिथिलेश कुमार सिंह की ओर से जारी नोटिस में उन पांच फर्जी प्रमाणपत्रों का भी जिक्र किया गया है जो फर्जी दस्तावेजों और अस्पतालों की फर्जी स्लिप के आधार पर जारी किए गए थे। नोटिस में कहा गया है कि बिना सफाई निरीक्षक की रिपोर्ट लिए प्रमाण पत्र क्यों जारी किए गए। निगम लिपिक और कंप्यूटर ऑपरेटर को अब नोटिस का जवाब देना होगा। नोटिस के जवाब से अधिकारी संतुष्ट न हुए तो दोनों कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सकती है। बता दें कि अमर उजाला ने अपने बुधवार के अंक में नगर निगम में अस्पतालों की फर्जी स्लिप पर बन रहे जन्म प्रमाण शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी।
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पार्षद बोले
जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने के गंभीर मामले में ऐसी लापरवाही को अनदेखा नहीं किया जा सकता। इस मामले को नगर निगम की आगामी बैठक में उठाकर अधिकारियों से जवाब लिया जाएगा। - मनोज चौधरी, कांग्रेस पार्षद
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जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने के लिए एक्ट में प्रावधान दिए गए हैं। बावजूद इसके कर्मचारी इसकी अनदेखी करते हैं। सही आवेदन पत्र में एक्ट का हवाला देकर अड़ंगा लगा देते हैं और सुविधा शुल्क लेकर तुरंत प्रमाण पत्र जारी कर दिए जाते हैं। बोर्ड बैठक में मामले को उठाएंगे। - हिमांशु मित्तल, भाजपा पार्षद
नगर निगम ने जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले बाबू और कंप्यूटर ऑपरेटर को थमाया नोटिस