नोएडा से साहिबाबाद मेट्रो कॉरिडोर की लागत, एक स्टेशन व लंबाई घटी

नोएडा से साहिबाबाद मेट्रो कॉरिडोर की संशोधित डीपीआर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने तैयार कर ली है। डीएमआरसी की ओर से तैयार मेट्रो कॉरिडोर की संशोधित डीपीआर में लागत, लंबाई के साथ एक स्टेशन में कटौती हुई है। इस कॉरिडोर में मोहननगर की जगह वसुंधरा सेक्टर-पांच पर आखिरी स्टेशन बनेगा। इस कॉरिडोर की लंबाई 5.91 किमी से घटकर 5.017 किमी रह गई है। डीएमआरसी दो-तीन दिनों के अंदर संशोधित डीपीआर को जीडीए को सौंप देगा।
फिर जीडीए वैशाली से मोहननगर और नोएडा से साहिबाबाद कॉरिडोर की दोनों संशोधित डीपीआर मंजूरी के लिए शासन को भेजेगा। दोनों डीपीआर के फंडिंग पैटर्न को लेकर शासन में निर्णय होना बाकी है। अधिकारियों के मुताबिक , डीएमआरसी की ओर से पहले नोएडा से मोहननगर की तैयार की गई डीपीआर में कॉरिडोर की कुल लागत 1866 करोड़ थी। अब संशोधित डीपीआर में नोएडा से साहिबाबाद कॉरिडोर की लागत 349 करोड़ घटकर 1517 करोड़ रह गई है। नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से मोहननगर तक प्रस्तावित मेट्रो फेज-3 कॉरिडोर की संशोधित डीपीआर में अब छह की जगह पांच स्टेशन रह गए हैं। मोहननगर मेट्रो स्टेशन हटने के बाद अब इस कॉरिडोर में नोएडा, वैभव खंड, इंदिरापुरम, शक्तिखंड और आखिरी वसुंधरा सेक्टर-पांच स्टेशन होगा। जीडीए संशोधित डीपीआर पर पहले अपने स्तर पर मंथन करेगा। तकनीकी सभी पहलुओं पर पड़ताल के बाद ही जीडीए दोनों फेज-तीन मेट्रो कॉरिडोर की डीपीआर शासन को सौंपेगा।
साहिबाबाद में बनेगा जंक्शन, मेट्रो-रैपिड रेल स्टेशन जुड़ेंगे
वैशाली से मोहननगर और नोएडा से साहिबाबाद मेट्रो स्टेशन के एक साथ आगे बढ़ने से गाजियाबाद की नोएडा तक पहुंच और आसान हो जाएगी। दोनों प्रोजेक्ट के साथ में शुरू होने से इनका साहिबाबाद में जंक्शन बनना तय माना जा रहा है। इस जंक्शन से दोनों मेट्रो कॉरिडोर के जुड़ने के साथ फुटओवर ब्रिज के जरिए साहिबाबाद में प्रस्तावित रैपिड रेल कॉरिडोर से भी कनेक्टिविटी होगी। साहिबाबाद में जंक्शन को रैपिड रेल स्टेशन से जोड़ने के लिए 150 मीटर लंबा फुटओवर ब्रिज बनेगा।
फंडिंग पैटर्न पर टिका दोनों मेट्रो प्रोजेक्ट का भविष्य
मेट्रो के वैशाली से मोहननगर और नोएडा से साहिबाबाद मेट्रो प्रोजेक्ट की सफलता उनके फंडिंग पैटर्न पर टिकी हुई है। जीडीए ने पहले ही वैशाली से मोहननगर मेट्रो प्रोजेक्ट को पुराने फंडिंग पैटर्न से आगे बढ़ाने से हाथ खड़ा कर दिए हैं। जीडीए की शासन से 50 फीसदी प्रदेश सरकार, 20 फीसदी केंद्र और 30 फीसदी में जीडीए व अन्य विभागों के अंशदान के बाबत शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। ऐसे में अगर शासन पुराने फंडिंग पैटर्न पर ही राजी होता है तो प्रोजेक्ट के आगे बढ़ने पर संशय छा सकता है। सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री की ओर से नोएडा से साहिबाबाद मेट्रो कॉरिडोर की तैयार कराई गई संशोधित डीपीआर से फंडिंग को लेकर उम्मीद जगी है।
वैशाली कॉरिडोर पर होंगे चार स्टेशन
डीएमआरसी वैशाली से मोहननगर के 5.06 किमी लंबे कॉरिडोर की संशोधित डीपीआर पहले ही सौंप चुका है। इस कॉरिडोर में कुल चार स्टेशन होंगे। पहला स्टेशन प्रहलाद गढ़ी, फिर वसुंधरा सेक्टर-14, साहिबाबाद और मोहननगर आखिरी स्टेशन होगा। इस कॉरिडोर का बजट 1810 करोड़ है।